
काश कभी तो कहते
जो पैर-पैर सड़कों पर जल रहे हैं वह भी मैं हूंतिल-तिल कर जो यहां मर रहे हैं वह भी मैं हूं रात को थकान से चूर होकर पटरियों पर लेटेसुबह …
Read MoreJournalist at Dainik Bhaskar
जो पैर-पैर सड़कों पर जल रहे हैं वह भी मैं हूंतिल-तिल कर जो यहां मर रहे हैं वह भी मैं हूं रात को थकान से चूर होकर पटरियों पर लेटेसुबह …
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