
बड़े हो गए गम नहीं बचपन बरकरार रहे
दिल बैठ जाता है, उस वक्त जब कोई पुराना दोस्त मिलता है और हम बचपन की यादों में खो जाते हैं। एक हूक सी उठती है और मुंह से यही …
बड़े हो गए गम नहीं बचपन बरकरार रहे Read MoreJournalist at Dainik Bhaskar
दिल बैठ जाता है, उस वक्त जब कोई पुराना दोस्त मिलता है और हम बचपन की यादों में खो जाते हैं। एक हूक सी उठती है और मुंह से यही …
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