सिर्फ अदालत के कहने से क्या होता है
मुस्लिम महिलाएं सदियों से जिस रूढ़ी का बोझ ढो रही हैं, सर्वोच्च अदालत ने उसे उतारने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया है। पांच जजों की बेंच में से …
सिर्फ अदालत के कहने से क्या होता है Read MoreJournalist at Dainik Bhaskar
मुस्लिम महिलाएं सदियों से जिस रूढ़ी का बोझ ढो रही हैं, सर्वोच्च अदालत ने उसे उतारने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया है। पांच जजों की बेंच में से …
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