
रोटी का सपना
तेरी पीठ पर बस्ता मेरी पीठ पर झोला तेरी पीठ तुने नहीं बनाई मेरी पीठ किसने बनाई मैं तुम्हारी किताबें पढऩा चाहती हूं बस्ते में क्या है बस एक बार …
रोटी का सपना Read MoreJournalist at Dainik Bhaskar
तेरी पीठ पर बस्ता मेरी पीठ पर झोला तेरी पीठ तुने नहीं बनाई मेरी पीठ किसने बनाई मैं तुम्हारी किताबें पढऩा चाहती हूं बस्ते में क्या है बस एक बार …
रोटी का सपना Read Moreइस अंधेरे में दीपक जलाना क्यों चाहते हो अपनी लकीरों को आजमाना क्यों चाहते हो बह चुका है नदी का सारा पानी यहां से हाथों में प्यास लिए भटकना क्यों …
प्रतिगामी Read More