
प्रेम कैसे अपराध हो सकता है
भीड़ का अपना चरित्र होता है। वह आसपास अपने जैसे चेहरे-मोहरे देखना पसंद करती है। क्योंकि अलग दिखने और होने वाले लोग उसे खलते हैं। हम तय परिभाषाओं के परकोटे …
प्रेम कैसे अपराध हो सकता है Read MoreJournalist at Dainik Bhaskar
भीड़ का अपना चरित्र होता है। वह आसपास अपने जैसे चेहरे-मोहरे देखना पसंद करती है। क्योंकि अलग दिखने और होने वाले लोग उसे खलते हैं। हम तय परिभाषाओं के परकोटे …
प्रेम कैसे अपराध हो सकता है Read Moreआप चाहे जितने चुटकुले बनाइये, ठहाके लगाकर खूब हंसिए। उनकी सलाह और मशवरों पर बाल नोंचिए, झुंझलाइये या फिर वैराग्य लेकर साधु होने के ख्वाब सजाइये। पास रहिये या दूर …
चांद की रोशनी में प्रेम की चेरापूंजी Read Moreमैनफोर्स ने नवरात्रि पर गुजराती में एक विज्ञापन जारी किया है। जिसमें गरबा करते स्त्री-पुरुष के प्रतीक के साथ सनी लियोनी का फोटो लगा है। मजमून यह है कि वह …
प्रेम का मतलब सिर्फ कंडोम नहीं Read Moreलडक़ी स्टेशन पर खड़ी है। ट्रेन की तरफ पीठ है और सामने कोई है, जिसके साथ वह बातों में मशगूल है। लडक़ी सिर्फ जुबान से बात नहीं कर रही है। …
स्टेशन पर खड़ी लडक़ी Read More